अमावस्या दिन शाम को गुड़ और सूखा नारियल ले कर् किसी पिप्पल जिसे अस्व्त्थ भी कहते है । उस वृक्ष के पीछे जाकर वहा गुड़ और सूखा नारियल रखकर प्रार्थना कीजिये
हे माता अलक्ष्मी देवी हमारी सभी तकलिफो को दूर करे और आप की बहेन माता श्री लक्ष्मी देवी को उन के सभी शक्तियोंके साथ सभी देव देवताओंके साथ हमारे घर में आकर स्थिर निवास करने की बिनती करे
यह प्रार्थना कर के वापस घर आने और घर में से मूठा नमक घर से बहार फेक कर फिर प्रार्थना करे
घर की अलक्ष्मी बाहर जाये और बहार की स्थिर लक्ष्मी सभी देव देवतांके साथ घर में आकर स्थिर वास्तव्य करे
बाद में घर में जाकर भगवन के सामने दिया जलाइए
सिर्फ यह कीजिये आप का अवदसा याने अलक्ष्मी का त्रास पुरा निकल जाइगा और हर कम में यशस्विता निलेगी
इस से भगवान धन्वंतरि प्रसन्न हो जाते है और डायग्नोसिस भी करेक्ट हो कर जल्दी असर आता है। divine टच हो जाता है
सुका नारीयल का थोडा कटा हुआ तुकडा लेने का है और गुड और सुका नारीयल वहाँ रख कर प्रार्थना कर के उपर दिया हुवा विधान करीये
बाद में घर में जाकर भगवन के सामने दिया जलाइए
सिर्फ यह कीजिये आप का अवदसा याने अलक्ष्मी का त्रास पुरा निकल जाइगा और हर कम में यशस्विता निलेगी
इस से भगवान धन्वंतरि प्रसन्न हो जाते है और डायग्नोसिस भी करेक्ट हो कर जल्दी असर आता है। divine टच हो जाता है
सुका नारीयल का थोडा कटा हुआ तुकडा लेने का है और गुड और सुका नारीयल वहाँ रख कर प्रार्थना कर के उपर दिया हुवा विधान करीये
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