ग्रह पीडा निवारन के लिये हनुमत साधना :-
भगवान् हनुमान की सामर्थ्य तो जग विख्यात हैं , और उनकी कृपा से तो जीवन की समस्त वाधाओ का निर्मूलन होता हैं .
साधना के नियम इस प्रकार हैं :
१.लाल आसन पर लाल वस्त्र धारण कर के बैठे
२. दिशा पूर्व या उत्तर कोई भी हो सकती हैं
३. प्रात: काल का समय कही जयादा अच्छा होगा
४. जप लाल मूंगा की माला से करे और सामने सदगुरुदेव और हनुमान जी का चित्र अवश्य हो .
५. सदगुरुदेव का पूजन कर उनसे मानसिक आज्ञा प्राप्त कर ले किसी भी मगल वार या शनि वार से यह प्रयोग प्रारंभ कर सकते हैं .
६. और आपको सवा लाख मंत्र जप करना हैं .इसमे दिन निर्धारित नहीं हैं फिर भी ११ या २१ दिनों में करे . फिर दसवा हिस्सा हवन करना हैं अगर यह नहीं हो पाए तो जितना मंत्र जप किया हैं उसका एक चौथाई मंत्र जप और कर सकते हैं.
७.साधना काल में ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करे .
मंत्र :- ” ॐ ह्राँ सर्व दुष्ट ग्रह निवारणाय स्वाहा || “
भगवान् हनुमान की सामर्थ्य तो जग विख्यात हैं , और उनकी कृपा से तो जीवन की समस्त वाधाओ का निर्मूलन होता हैं .
साधना के नियम इस प्रकार हैं :
१.लाल आसन पर लाल वस्त्र धारण कर के बैठे
२. दिशा पूर्व या उत्तर कोई भी हो सकती हैं
३. प्रात: काल का समय कही जयादा अच्छा होगा
४. जप लाल मूंगा की माला से करे और सामने सदगुरुदेव और हनुमान जी का चित्र अवश्य हो .
५. सदगुरुदेव का पूजन कर उनसे मानसिक आज्ञा प्राप्त कर ले किसी भी मगल वार या शनि वार से यह प्रयोग प्रारंभ कर सकते हैं .
६. और आपको सवा लाख मंत्र जप करना हैं .इसमे दिन निर्धारित नहीं हैं फिर भी ११ या २१ दिनों में करे . फिर दसवा हिस्सा हवन करना हैं अगर यह नहीं हो पाए तो जितना मंत्र जप किया हैं उसका एक चौथाई मंत्र जप और कर सकते हैं.
७.साधना काल में ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करे .
मंत्र :- ” ॐ ह्राँ सर्व दुष्ट ग्रह निवारणाय स्वाहा || “
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें