बम्हा पुराण में 10000 इलोक है ,
पदम् पुराण में55000 श्लोक है ,
विष्णुपुराण में23000 श्लोक है ,
शिव पुराण में 24000 श्लोक है,
श्री मदभागवत पुराण में 18000 श्लोक है
मार्कंडेय पुराण में9000 श्लोक है ,
अग्नि पुराण में15400 श्लोक है ,
भविष्य पुराण में 14500 श्लोक है,
लिंग पुराण में11000 श्लोक है ,
वराह पुराण में24000 श्लोक है ,
इस्कंद पुराण ने 81100 श्लोक है,
वामन पुराण में10000 श्लोक है ,
कुर्म पुराण में17000 श्लोक है ,
ब्रम्हावैवर्त पुराण में 18000 श्लोक है,
मत्सत्य पुराण में14000 श्लोक है ,
गरुण पुराण में19000 श्लोक है ,
ब्रह्माण्ड पुराण में12000 श्लोक है ,
इस प्रकार सब पुराणों की श्लोक संख्या 4 लाख होती है
भगवद जीकी श्लोक संख्या 18000 हैऔर कुलस्कंद 12 है जिनमे 326अध्यायहै
तथा इन 326 अध्यायों केअंतर्गत 763 कथाये है , जिनमेसे 5 कथाओ कोभगवान श्री कृष्णा का अंश कहा जाता है
जिन्हें पंचांग कहते है !
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